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political science in hindi all classes

POLITICAL SCIENCE IN HINDI

पोलिटिकल साइंस 


पोलिटिकल साइंस एक ऐसा विषय है जो हमारी समाज के प्रति हमारी समझ और उसमे प्रचलित परम्पराओं की जानकारी प्रदान करता है l समाज के नियम और कानून एक सभ्य समाज का निर्माण करता है l बिना किसी समाज के मनुष्य अस्तित्व में नहीं रह सकता है l राजनीति एक ऐसे व्यवस्था है जिसमे समाज के निर्माण और प्रगति पर ध्यान केन्द्रित किया जाता है l पोलिटिकल साइंस एक ऐसी व्यवस्था है जिसके अंतर्गत हम शासन और शासन से सम्बंधित विषयों का अध्ययन करते है l पोलिटिकल साइंस एक बहुत ही विस्तृत क्षेत्र है जिसके अंतर्गत राजनितिक सिधान्तो , सरकार , राजनितिक दर्शन , राजनितिक विचारधारा और लोकप्रशासन जैसे सरीखें विषय शामिल है l



अंतर्राष्ट्रीय कानूनों का अध्ययन और उसके विस्तार भी पोलिटिकल साइंस में आता है l  अरस्तु जो की यूनान के दार्शनिक थे को पोलिटिकल साइंस का जनक माना जाता है l प्राचीन कल  में राजीनीति को एक विषय नहीं माना जाता था l राजनीति विज्ञान को राजनीति शास्त्र भी कहते है l पोलिटिकल साइंस में राजनितिक और गैर राजनितिक विषय दोनों आते है l पोलिटिकल साइंस का उद्भव अत्यन्त प्राचीन है। यूनानी विचारक अरस्तू को पोलिटिकल साइंस का पितामह कहा जाता है। यूनानी चिन्तन में प्लेटो का आदर्शवाद एवं अरस्तू का बुद्धिवाद समाहित है।


राजनीतिशास्त्र या पोलिटिकल साइंस अत्यन्त प्राचीन विषय है। प्रारंभ में इसे स्वतंत्र विषय के रूप में नहीं स्वीकारा गया। पोलिटिकल साइंस का अध्ययन नीतिशास्त्र, दर्शनशास्त्र, इतिहास, एवं विधिशास्त्र आदि की अवधारणाओं के आधार पर ही करने की परम्परा थी। आधुनिक समय में इसे न केवल स्वतंत्र विषय के रूप में स्वीकारा गया अपितु सामाजिक विज्ञानों के सन्दर्भों में इसका पर्याप्त विकास भी हुआ। राजनीति विज्ञान का अध्ययन आज के सन्दर्भ में पहले की अपेक्षा एक ओर जहां अत्यधिक महत्वपूर्ण है वहीं दूसरी ओर वह अत्यन्त जटिल भी है।
पोलिटिकल साइंस का महत्व इस तथ्य से प्रकट होता है कि आज राजनीतिक प्रक्रिया का अध्ययन राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय-दोनों प्रकार की राजनीति को समझने के लिये आवश्यक है। प्रक्रिया के अध्ययन से ही वास्तविक राजनीति एवं उनके भीतर अवस्थित तथ्यों का ज्ञान संभव है।


पोलिटिकल साइंस की जटिलता उनके अतिव्यापी रूप व उनसे उत्पन्न स्वरूप एवं प्रकृति से जुड़ी हुई है। आज राजनीति विज्ञान ’राजनीतिक’ व गैर राजनीतिक दोनों प्रकार के तत्वों से सम्बंधित है। राजनीतिक तत्व प्रत्यक्ष रूप से राजनीतिक प्रक्रिया को संचालित करते है और इस दृष्टि से राजनीति विज्ञान के अन्तर्गत राज्य सरकार, सरकारी संस्थाओं, चुनाव प्रणाली व राजनीतिक व्यवहार का अध्ययन किया जाता है। गैर राजनीतिक तत्व अप्रत्यक्ष रूप से राजनीतिक प्रक्रिया को चलाने में योगदान देते हैं और इस कारण राजनीति की सही समझ इनको समन्वित करके ही प्राप्त की जा सकती है। इसी उद्धेश्य से राजनीतिक अध्ययन में समाज, अर्थव्यवस्था, धर्म, संस्कृति, भूगोल, विज्ञान व तकनीकी, मनोविज्ञान व इतिहास जैसे सहयोगी तत्वों को पर्याप्त महत्व दिया जाता है।

यूनानी विचारकों के समय से लेकर आधुनिक काल तक के विभिन्न चिन्तकों, सिद्धान्तवेत्ताओं और विश्लेषकों के योगदानों से पोलिटिकल साइंस के रूप, अध्ययन सामग्री एवं उसकी परम्पराएॅ समय-समय पर परिवर्तित होती रही हैं। तद्नुरूप इस विषय का निरन्तर विकास होता रहा हैं। इस विकासक्रम में पोलिटिकल साइंस के अध्ययन के सम्बन्ध में दो प्रमुख दृष्टिकोणों का उदय हुआ है : परम्परागत दृष्टिकोण एवं आधुनिक दृष्टिकोण। पारम्परिक या परम्परागत दृष्टिकोण राज्य-प्रधानता का परिचय देता है जबकि आधुनिक दृष्टिकोण प्रक्रिया-प्रधानता का।


पोलिटिकल साइंस कक्षा 12 

पोलिटिकल साइंस कक्षा 11 

पोलिटिकल साइंस कक्षा 10 

पोलिटिकल साइंस कक्षा 9 


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